“Garam Khoon” poetry – 2024 | “गरम खून” हिंदी कविता
गरम खून जैसे – भगत सिंह , आजाद , शिवाजी और रानी लक्ष्मी बाई गरम खून जैसे – हर वक्त जोश, जवानी और जूनून गरम खून जैसे – तलवार की तेज धार गरम खून जैसे – आँखों में आग गरम खून जैसे – चहरे का (पर) तेज गरम खून जैसे – गुस्से से लाल ...
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Mother’s Day Poetry – 2024 | “माँ” की हिंदी कविता
वो मेरा, बहुत ख्याल रखती है उसे, हमेशा मेरी फिक्र रहती है वो मुझे, कभी भी छोड़ नहीं सकती वो मुझे, हमेशा अपने दिल में, रखती है वो मेरे, सोने और जागने की खाने और पिने की कितनी परवाह करती है वो मुझे, कभी भी अकेला, मायुश और हताश नहीं होने देती मुझे कभी ...
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